• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer

Answervk

  • Home
  • Contact us
    • About us
    • Privacy Policy
    • Terms & Conditions
    • Disclaimer
  • Corona Status
    • Corona Map
  • Category
    • हिंदी
    • ENGLISH
    • technology
    • इतिहास
    • राजनीति
    • भूगोल
    • स्वास्थ्य ( health care)
    • छत्तीसगढ़

पचराही छत्तीसगढ़ – in Hindi

19 December 2021 by Shiva Leave a Comment

Table of Contents

  • *** पचराही छत्तीसगढ़ ***
  • पचराही कंहा है 
  • पचराही की पहली खुदई कब हुई 
  • पचराही में मिले जीवाश्म 
  • सबसे पुराने पत्थर के औजार
  • सिक्को की खोज
  • पचराही व्यापार और वास्तुकला का केंद्र 

*** पचराही छत्तीसगढ़ ***

छत्तीसगढ़ की धरती कला संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है यहां कई पुरातात्विक स्थल हैं, कई पुरातात्विक मंदिर,किला, खंडहर ,महल, मूर्तियां है जो आज भी उसी अवस्था में हमे देखने को मिलता है। राजिम, शिवरीनारायण ,सिरपुर, मल्हार, ताला ,रतनपुर डिपाडीह,  भोरमदेव, घटियारी ,बारसूर ,दंतेवाड़ा छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति का केंद्र है जो विश्व विख्यात है इन्हीं में से एक है – पचराही….

पचराही छत्तीसगढ़-in Hindi
पचराही छत्तीसगढ़-in Hindi

आज हम आपको छत्तीसगढ़ के इतिहास को बताने वाले गाँव पचराही के बारे में बताएँगे जो एक पुरातात्विक स्थल हैं इसे हमें छतीसगढ़ के प्रचानी इतिहास के बारे में बहुत सी जानकारिया प्राप्त होती है।           

पचराही कंहा है 

पचराही छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिला मुख्यालय से 40 किलो मीटर दूर हाॅप नदी के किनारे मैकल पर्वत की गोद में बसा है। पचराही एक छोटा सा गांव है। यहां के निवासियों का कहना है कि उनके पूर्वज बताते थे कि यहां पांच रास्ते हैं जो भोरमदेव ,रतनपुर ,मंडला, सहसपुर और लाजिका के लिए निकलता है इसीलिए इसका नाम पचराही पड़ा है।

कई लोगों को यह भी कहना है कि यहां कंकाली मंदिर था जो देवी स्वरूप धारण कर आया करती थी, लोग उनके लिए  पचरा गीत गाया करते थे इसी कारण यहा के लोग इस स्थान को पचराही कहते है।

पचराही की पहली खुदई कब हुई 

12 फरवरी 2008 को इसकी पहली खुदाई हुई। पचराही में जिस स्थान पर खुदाई हुई हैं वाह स्थान एक टीले के रुप में था जिसके ऊपर मां कंकाली की मूर्ति था यहां हिंदू धर्म के अलावा जैन धर्म की मूर्तिया और मंदिर प्राप्त हुए हैं जिनका निर्माण 9वी ईस्वी से 19वी ईस्वी सदी तक किया गया होगा पचराही स्थापत्य और शिल्प कला का बहुत बड़ा केंद्र भी था।

पचराही में मिले जीवाश्म 

कुछ समय पहले यहां की  खुदाई में दो जलीय प्राणी के जीवाश्म मिले है जिसमे एक मोलुस्का (घेंघा) परिवार का है और दूसरा पायला परिवार का है । वैज्ञानिक का कहना है की मौलुस्का जीवाश्म का काल लगभग 13 करोड़ साल हैं। भारत में पहली बार खुदाई में इन जल्लीय प्राणियों के जीवाश्म छत्तीसगढ़ के पचराही में मिला है। इसी के साथ यह आदिमानव के आवास के सबूत भी मिले है जहा से उतर पाषाण काल और मेथोलिथिक काल के बारीक औजार भी प्राप्त हुए है।

सबसे पुराने पत्थर के औजार

हॉप नदी के किनारे बसे हुये एक गांव से बहुत पुराने पत्थर के औजार प्राप्त हुआ है। जिसको छत्तीसगढ़ का सबसे पुराना पत्थर का औजार माना जा रहा है। यह कि खुदाई से ईट से बनी हुई मंदिर प्राप्त हुऐ है साथ में सोमवंशी काल के पार्वती और कार्तिके की  मूर्ति भी प्राप्त हुआ है खुदाई होने से पहले इस टीले में सोमवंशी काल के तोरण द्वार और बहुत से मूर्तिया थे पचराही से कुछ दूरी में खैरागढ़ संग्रहालय है जहा खुदाई से प्राप्त मूर्तिया ,सिक्के, औजार मिट्टी के बर्तन आदि चीजों को रखा गया है।

सिक्को की खोज

सोमवंशीयो के अलावा यहां कल्चुरी राजो का भी सासन हुआ करता था। 25 फरवरी 2008 को यह की खुदाई से 12 सोने का सिक्का और 25 चांदी के सिक्के मिले है। यह पहली बार कल्चुरी राजा प्रतापमल्ल देव के सोने का सिक्का मिला है जिसमे 2 सोने के  सिक्के रत्नदेव का है। जाजल्लदेव और पृथ्वीदेव का भी चांदी का सिक्का मिला हैं। यह पर  मुगल काल के भी एक दर्जन से अधिक सिक्के मिले है।

पचराही व्यापार और वास्तुकला का केंद्र 

पचराही 11वी-12वी  ईस्वी में शिल्प और वास्तुकला और सांस्कृतिक का बहुत बड़ा केंद्र रहा है।  यहां आम और खास दोनो प्रकार के लोग रहते थे जिनके दैनिक जीवन में उपयोग की जाने वाली वस्तुएं भी  खुदाई से प्राप्त हुए है जैसे खिलौने ,मिट्टी के बर्तन,  गहने, औजार, लोहा, तांबा आदि खुदाई से यह खंजर और हटकारडी भी प्राप्त हुआ है यह स्थान व्यापार का बहुत बड़ा केंद्र हुआ करता था। wikipedia

शिव मंदिर पचराही छतीसगढ़
शिव मंदिर पचराही छत्तीसगढ़ – in Hindi

पचराही परिक्षेत्र में पंचायत शैली के साथ साथ राजपुरूष, उमा-महेश्वर के बहुत सुंदर मूर्ति मिला है। पचराही में अभी तक 6टन मंदिर के अवशेष मिल चुके हैं।हॉप नदी के किनारे बफेला गांव के टीले में जैन मूर्ती के शिल्पखंड को देखा जा सकता हैं जिसमे धर्मनाथ, शांतिनाथ, और पार्श्वनाथ के खण्डित मूर्ति रखा हुआ हैं। पास में ही बावा डोंगरी नाम के स्थान में  जैन मंदिर के द्वारा महावीर स्वामी की मूर्ति रखा गया है । पचराही छत्तीसगढ़ का गौरव है जिसका सोर आज पूरी दुनिया में है।

इन्हें भी पढ़े 

कलचुरी काल में ग्राम व्यवस्था

हसदेव बचाओ आंदोलन

पृथ्वी की उत्पत्ति और विकास

हड़प्पा सभ्यता की खोज

भारतीय मंदिर निर्माण कला शैली

facebookShare on Facebook
TwitterTweet
FollowFollow us
PinterestSave

Related

Category terms: छत्तीसगढ़

Reader Interactions

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

Share this

Facebook
Facebook
fb-share-icon
Visit Us
Follow Me
Instagram
WhatsApp
Follow by Email

About Me

hey buddy!!! i am Shiva a blogger i love exploring new idea . i love technology# pc# blogging# Read More…

You Tube Channel

Search

Categories

  • ENGLISH
  • technology
  • इतिहास
  • छत्तीसगढ़
  • भूगोल
  • राजनीति
  • स्वास्थ्य ( health care)
  • हिंदी
2070 की दुनिया World in 2070 Answervk.com

2070 की दुनिया कैसी होगी

युक्रेन-और-रूस Russia vs Ukraine war Hindi

रूस – यूक्रेन युद्ध का कारण-USSR / NATO क्या है ?

Television-ka-avishkar-Answervk.com

टेलीविजन का आविष्कार

corona kal in Hindi-Answervk.com

कोरोना काल in hindi

Forever marketing plan in Hindi

Forever Marketing Plan in Hindi

Footer

hey buddy!!! i am Shiva a blogger i love exploring new idea . i love technology# pc# blogging# Read More…

Recent Post

  • सती प्रथा को प्रमाणित करने वाले सती स्तंभ – Satee Pratha Ko Pramaanit Karane Vaale Satee Stambh
  • बसनाझर और सिंघनपुर के शैलाश्रय – शैलचित्र
  • 2070 की दुनिया कैसी होगी
  • कलचुरी काल में ग्राम व्यवस्था
  • धोलेरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट in hindi

Categories

  • ENGLISH (3)
  • technology (3)
  • इतिहास (5)
  • छत्तीसगढ़ (5)
  • भूगोल (1)
  • राजनीति (1)
  • स्वास्थ्य ( health care) (3)
  • हिंदी (12)
  • About us
  • Contact us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions

Copyright© 2023-Answervk.com