रूस – यूक्रेन युद्ध का कारण-USSR / NATO क्या है ?

Russia-Ukraine war

वर्त्तमान में रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का असर आज पूरी दुनिया पर पड़ रहा है | रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का क्या कारण है? NATO क्या है ? रूस यूक्रेन युद्ध का क्या कारण है ? यूक्रेन रूस के बीच चल रहे युद्ध का असर दुनिया के साथ  भारत पर क्या असर पड़ रहा है | इन बातो पर हम आगे बात करंगे |

युक्रेन-और-रूस Russia vs Ukraine war Hindi
Russia vs Ukraine war Hindi

सोवियत संघ (USSR) की स्थपना :-

USSR का पूरा नाम Union of Soviet Socialist Republics है जिसे पहले सोवियत संघ कहते थे इसकी सुरूवात 1917 में रूस की क्रांति से हुई थी | इस समय रूस के राजा Jar Nicholas थे इसी समय रूस में बहुत बड़ी क्रांति हुई इस क्रन्ति को बोल्शेविक क्रन्ति कहते है| इस क्रांति के नायक लेलिन था जिसने इस क्रांति को आगे तक लेके गया| जिसके फलस्वरूप रूस ने एक संगठन बनया जिसे सोवियत संघ (USSR) कहते है

USSR- सोवियत-संघ
USSR- सोवियत-संघ

इसकी स्थपना 1922 में किया गया| इस संगठन में 15 देश मिलकर एक विशाल खंड महाद्वीप का निर्माण करते थे | ये देश थे – यूक्रेन, रूस, जॉर्जिया, मोल्दोवा, बेलारूस, आर्मीनिया, अज़रबैजान, काज़ाख़स्तान, उज़बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, किरगिज़स्तान, ताजिकिस्तान!, एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया| 1991 में सोवियत संघ विघटन हो गया| जिसे ये 15 देश रूस से अलग हो गाए | जिसमे एक यूक्रेन भी था| 1922 में युक्रेन भी इस संगठन में शामिल हुआ था  जो बाद में 1991 में USSR से अलग हो गया|

 

 युक्रेन और रूस के बीच विवाद के निम्न कारण है-

विवाद का पहला कारण :–

क्रीमिया पर कब्ज़ा:-

2014 में यूक्रेन की जनता यह मांग करने लगी की यूक्रेन भी यूरोपीय यूनियन में शामिल हो लेकिन रूस नहीं चाहता था की यूक्रेन यूरोपीय यूनियन में शामिल हो | इस समय यूक्रेन के राष्टपति पेट्रो पोरोशेंको थे जो रूस के समर्थक थे | और यूक्रेन को यूरोपीय यूनियन में शामिल नहीं करना चाहते थे |

इसके बाद यूक्रेन की जनता पेट्रो पोरोशेंको का विरोध करने लगे जिसे पेट्रो यूक्रेन छोडकर रूस चले गाये| और यूक्रेन में नई सरकार बनी जिसने यूक्रेन को यूरोपीय यूनियन में शामिल करा दिया| इसे नाराज होकर रूस ने 2014 में यूक्रेन के निचले भाग क्रीमिया पर आक्रमण कर उसपर अपना कब्ज़ा कर लिया और AZOV सागर और काला सागर पर कब्ज़ा कर अपनी नवसेना की तैनाती कर दी|

विवाद का दूसरा कारण :-

रूस की अर्थव्यवस्था का मुख्य स्त्रोत गैस और पेट्रोलियम है | जिसे रूस पाईप लाइन के द्वरा सप्लाई करता है| यह पाईप लाइन यूक्रेन से होकर गुजरता है जिसपर यूक्रेन ने NATO के दबाव में आकर कहा की अगर रूस यूक्रेन से पाईप लाइन ले जाना चाहता है तो उसे हर साल यूक्रेन को 35 Billion- Dollar देना होगा , जिस पर रूस मान गया|

बाद में यूक्रेन ने कहा की वह NATO में शामिल होगा, इस बात पर रूस यूक्रेन पर गुस्सा हो गया और उसको सबक सिखने का फैसला किया |

 विवाद का तीसरा कारण :-

यूक्रेन का NATO में शामिल होना:-

2017 में यूक्रेन ने कहा की वह NATO में शामिल होगा | NATO का पूरा नाम North Atlantic Treaty Organization है| इसकी स्थपना 1949 में हुआ था| वर्तमान में इसमें 30 देश शामिल है| NATO में शामिल किसी भी देश पर अगर कोई देश हमला करता है तो NATO में शामिल सभी देश उस देश पर एक साथ हमला करते है |

NATO
What is NATO – नाटो क्या है

अमेरिका के कहने पर यूक्रेन भी  NATO में शामिल होना चाहता है| जिसे यूक्रेन पर अगर रूस हमला करे तो NATO के सभी देश यूक्रेन का साथ दे सके| क्योकि रूस को पता है अगर यूक्रेन NATO में शामिल हो गया तो रूस की राष्टीय सुरक्षा खतरे में आ जायेगा|

इसी लिए रूस किसी भी कीमत पर यूक्रेन को NATO में शामिल नहीं होने देना चाहता | यही विवाद का मुख्य कारण था|

 यूक्रेन के खिलाप रूस की कार्यवाही :-

पहली कार्यवाही:-

यूक्रेन को सबक सिखाने के लिए रूस ने 2014 में क्रीमिया पर हमला कर उसे अपने कब्जे में कर लिया

दूसरी कार्यवाही:-

इसके बाद यूक्रेन के Donetsk और Luhansk इन दोनों शहरो पर रूस ने विरोधियो को खड़ा किया और अपने सैनिको को भेज कर इन दोनो शहरो पर कब्ज़ा कर लिया

तीसरी कार्यवाही:-

21 फरवरी को रूस ने यूक्रेन के दो शहर Luhansk और Donetsk पर कब्ज़ा कर इसे एक स्वतंत्र देश घोषित कर दिया| अब रूस यही से यूक्रेन पर आसानी से हमला कर सकता है|

चौथी कार्यवाही:

रूस ने 23 फरवरी 2022 को यूक्रेन के 12 शहरो परम एक साथ  हमला कर दिया| रूस यूक्रेन को चारो तरफ से घेर कर हमला कर रहा है| रूस अपने वायु सेना, थलसेना, और नौसेना तीनो सेना से यूक्रेन पर हमला कर रहा है| रूस के इस हमले का कई देशो में निंदा किया जा रहा है|

क्रीमिया के रस्ते रुसी सेना यूक्रेन में घुस रही है | रुसी सेना की हमले का जावब यूक्रेन की सेना भी दे रही है|  युक्रेन के राष्टपति ने कहा है की हम हर नहीं मानेंगे हम अंतिम तक रुसी सेना का मुतोड़ जावब देंगे |

 रूस की मांग:-

  • व्लादिमीर पुतिन की मांग है की NATO और यूक्रेन उन्हें लिखित में दे की यूक्रेन यूरोपीय यूनियन और नाटो में शामिल नहीं होगा|
  • रूस के राजधानी के पास Estonia, Latvia और Lithuania में बैठे NATO सेना को वापिस बुलया जाये
  • अमेरिका ने यूरोप में जो परमाणु बम रखे है उसे वापस ले जाये
  • रूस चाहता है की NATO पूर्वी यूरोप सैनिकगतिविधियों को बंद कर दे

 अब तक तक यूक्रेन को कितना नुकसान हुआ :-

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में दोनों ही देशो को नुकसान हो रहा है | क्योकि युद्ध से किसी भी देश का भला नहीं हो सकता | आज के हालत एसे है की रूस युद्ध रोक नहीं रहा और यूक्रेन झुकना नहीं चाहता |

Russia-Ukraine war
Russia-Ukraine war

अब तक हुआ नुकसान:-

  • अब तक 450 से अधिक रुसी सैनिक मारे जा चुके है
  • रूस के द्वरा 211 से अधिक यूक्रेनिय सैन्य ठिकाने नष्ट किये जा चुके है
  • रूस ने यूक्रेन के सुखोई S- 300 जैसे डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया है
  • यूक्रेन का कहना है की उसे रूस के 80टेंक, 516 बख्तरबंद गाड़िया, 7 हेलीकाप्टर , 10 एयरक्राफ्ट और 20 क्रूज मिसाइलो को नष्ट कर चूका है |
  • युद्ध अभि भी जरी है
  • अमेरिका और पश्चिमी देशो ने रूस के ऊपर आर्थिक प्रतिबन्ध लगाने लगे है जिसका असर रूस की आर्थिकअर्थव्यवस्था पर पड़ेगा |
  • रूस ने अब तक कई शहरो को मिसाइल और बम बरी से तबाह कर चूका है |
  • यूक्रेन पर रूस के हमले से एक भारतीय छात्र की भी जान चली गई है
  • रूस धीरे धीरे यूक्रेन के सैन्य और आर्थिक रूप से कमजोर करते जा रहे है
  • अगर हालत इसी प्रकार रहा तो रूस यूक्रेन को पुरे तरह से तबाह कर देगा
  • यूक्रेन और रूस के सैन्य शक्ति का कोय भी तुलना नहीं किया जा सकता

यूक्रेन और रूस युद्ध में भारत की निति:-

भारत यूक्रेन और उस दोनों देशो से अपना सबंध खरब नहीं करना चाहता | रूस ने हमेशा बुरे वक्त में भारत का साथ दिया है  जिसे हमें नहीं भूलना चाहिए | अमेरिका ने भारत बनाते हुये कहा की भारत UNO में हमरा साथ दे क्योकि भारत 2 साल के लिए UNO का अस्थाई सदस्य है | जिस पर भारत के साथ चीन और UAE ने UNO में अपना वोट नहीं दिया

यूक्रेन / रूस युद्ध का भारत पर असर:-

ukraine declares war on russia 2021
ukraine declares war on russia 2021

रूस और यूक्रेन के युद्ध का असर भारत के साथ पूरी दुनिया के  अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा| यूक्रेन रूस युद्ध के कारण सेयर मार्केट पर बहुत बुरा असर पड़ा ,  रूस दुनिया को 12% कच्चे तेल का  आपूर्ति करता है , एक दिन में रूस 50 लाख बैरल कच्चा तेल का  निर्यात करता है|

जिसे  भारत में गैस, पेट्रोलियम की कीमतों में बढ़ोत्री देखने को मिलेगा , Sunflower Oill जो युक्रेन से आता था | यूक्रेन में चल रहे हालात के चले इनकी कीमते बढ़ेगी, भारत से युक्रेन को दवाइया भेजता था | जिसे यूक्रेन में दवाई का कीमते बढ़ेगी

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