***Covid-19 in India***
कोरोना काल in hindi – 30 जनवरी 2020 भारत के इतिहास में कभी ना भूलने वाला दिन ! यही वह दिन है जब भारत में पहली बार covid-19 का पहला मामला केरल में सामने आया था| जो 3 फरवरी के आते तक 3 केस में बदल गया। ये सभी लोग चीन के वूहान शहर से आये थे। तब उस समय अमेरिका के राष्टपति Donald Trump ने इसे Chinese Virus कहा था।

विश्व में कोरोना वायरस 2019 का पहला केस कहाँ सामने आया था?
कोरोना काल in hindi – कोरोना वायरस की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई थी। 13 जनवरी 2019 को थाईलैंड में कोरोना का पहला मामला सामना आया
विश्व स्वस्थ संगठन (WHO) की गलती

14 जनवरी 2020 को विश्व स्वस्थ संगठन (WHO) ने अपने Twitter Account से एक post कर जानकारी दि गई जिसमे कहा गया था की चीनी अधिकारियो द्वरा की गई प्ररम्भिक जाँच में चीन के वूहान शहर में पहचाने गए virus के मानव से मानव संचरण का कोई प्रमाण नहीं मिला है | बिना किसी जाँच दिए गाये इस जानकारी का खामियाजा आगे चलकर पूरी दुनिया को भुगतना पड़ा ।
भारत में कोरोना से पहली मौत:-
कोरोना वायरस से सबसे पहली मौत कहां हुई
भारत में कोरोना से पहली मौत 12 मार्च 2020 को कर्नाटक के 76 वर्षीय बुजुर्ग की हुई थी जो सहूदी अरब से यात्रा कर आए थे। अब तक दुनिया में 42 करोड़ लोगों को कोरोना हुआ, जिसमें 60 लाख लोगों अपनी जान गवाई। इसी प्रकार भारत में 6 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना हुआ जिसमें 4 लाख से अधिक लोगों ने अपनी जान गवाई है।
जनता कर्फ्यू (lock down) की घोषणा
भारत में पहली बार जनता कर्फ्यू कब लगा?

देश में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए 22 मार्च 2020 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने पूरे देश में जनता कर्फ्यू (lock down) की घोषणा कर दी। पहली बार लोगो ने लॉक डाउन शब्द सुना, अब देश में बहुत बड़ा खतरा दस्तक दे चुका था, कोई नही जानता था की आगे क्या होगा। इसके बाद 24 मार्च को प्रधानमंत्री ने 21 दिन का पहला Lock Down की घोषणा की,इसके बाद 14 अप्रैल सुबह 10 बजे देश को संबोधित करते हुये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने lock Down की अवधि को आगे बढ़ाकर 3 मई करने का फैसला लिया
भारत में कब कब लगा और कितने दिनों का लगा Lock Down
पहला लॉकडाउन कितने तारीख को लगा था?
कोरोना काल in hindi – भारत में कोरोना Virus के प्रकोप को कम करने के लिए भारत में निम्न चरण में Lock Down लगया गया –
- पहला चरण – 25 मार्च 2020 से 14 अप्रैल 2020 तक (21दिनों का)
- दुसरे चरण – 15 अप्रैल 2020 से 3 मई 2020 तक (19दिनों का)
- तीसरा चरण – 4 मई 2020 से 17 मई 2020 तक (14दिनों का)
- चौथा चरण – 18 मई 2020 से 31 मई से 2020 तक (14दिनों का)
- पांचवाँ चरण – 1 जून 2020 से 30 जून 2020 तक (30दिनों का)
भारत पर कोरोना वायरस Lock Down का क्या असर पड़ा

धीरे धीरे इस virus ने अपना रंग दिखाना शुरु कर दिया। परिवहन, विमानन, स्वास्थ्य सेवाएं ,real estate sector,पर्यटन ये सभी ढाप पड़ने लगा।
- इस लॉक डाउन के कारण 14 करोड़ से अधिक लोगो ने अपनी नौकरियां खो दी। लोगो के जीवन में बिजली गिरने लगी लोग बेरोजगार होते गए।
- लॉक डाउन के पहले 21 दिन में भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रति दिन 32 हजार करोड़ रूपये का नुकसान होने लगा ।
- पर्यटन विभाग को पहले 2 महीने मार्च/अप्रैल में 15 हजार करोड़ रूपये का नुकसान हुआ। लॉकडाउन ने लोगों के रहन-सहन में परिवर्तन ला दिया
- पूरे देश में स्नाटा छा चुका था। मजदूर अपने अपने घरों के लिए पलायन करने के लिए मजबूर थे। बिना खाए बिना सोए मजदूरों ने हजारों किलोमीटर का सफर तय कर अपने घर पहुंचे
Lock Down में समाजसेवी संस्थाओं का योगदान

इन कठिन समय में कई समाजसेवी संस्थाओं ने आगे बड़कर लोगो को मादत्त की लोग को खाना खिलाया, बेजुबान जानवरो की सेवा किया। इस महामारी से लड़ने के लिए इन संस्थाओं निस्वार्थ रूप से दिन रात लोगो की सेवा किया। इन विषम परिस्थितियों में जहां अपने ही अपनों को कंधा देने से डर रहे थे वही कुछ समाजसेवी लोगो द्वारा अंतिम संस्कार की क्रिया तक कराया गया।
भारत का वैक्सीनेशन प्रोग्राम

भारत अब तक 175 करोड़ से अधिक लोगो को वैक्सीनेशन कर चुका है। भारत ने अपना वैक्सीनेशन प्रोग्राम 16 जनवरी 2021 को शुरू किया। जिसमें पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों और पुलिस वालों को वैक्सीन लगाया गया। दूसरे चरण में 35 से अधिक उम्र वाले लोगों को वैक्सीन लगाया गया तीसरे चरण में 18 से 35 वर्ष के आयु के लोगों को रेक्सीन लगाया गया चौथे चरण में 18 साल तक के बच्चों को वैक्सीन लगाया गाया
वैक्सीन(Vaccine) क्या है
वैक्सीन हमें कई बीमारियों और इन्फेक्शन से बचाती है। हर साल टिके की मदत से लाखो जाने बचाई जाती है, इस लिए वैक्सीन को आधुनिक चिकित्सा की सबसे बड़ी सफलता माना जाता है। वैक्सीन कई तरह की होती है कुछ में कमजोर या मृत जीवाश्म होते है और कुछ में RNA जैसे पादर्थ होते है। आमतोर पर वैक्सीन को इंजेक्शन के मधिय्म से दिया जाता है।
वैक्सीन कैसे कम करता है?

वैक्सीन हमरे शरीर में पहुच कर इन्मुन सिस्टम को उन Jumps पर हमला करना शिखाता है जिनसे इन्हें आपके रक्षा के लिए बनया जाता है। इस दवार्न शारीर में कुछ लक्षण भी दिखाई दे सकते है। क्योकि इस दवरान हमरे शारीर में Antibody और अन्य सेल्स बनता है जो इन Virus को पहचाने में मदत करता है। इसे हमरे Immune System को एक नया हथियार मिल जाता है जिसे हमें ये खतरनाक Virus से बचाते है
Covid-19 कोविड वैक्सीन के प्रकार
Covid-19 वैक्सीन के मुख्यता चार प्रकार है –
- MRNA Vaccine
- Protein Subunit Vaccine
- Vector Vaccine
कोरोना काल in hindi – भारत में सबसे अधिक covishield vaccine और covaxin को लगाया गाया है।
कोरोना के बड़ते मामले
अप्रैल 2021 के आते तक भारत में कोरोना के active मामलो की संख्या 10 लाख से अधिक हो चुका था। भारत अब ब्राजील को पीछे छोड़ कोरोना के मामलो में दुनिया में नंबर 2 पर आ गया था। रोजाना 3 से 3.5 लाख मामले सामने आने लगे,जिसमे रोजाना 2 हजार लोगो की मौत हो रही थी। इस माहामारी में त्यौहार की भीड़ और चुनावी रैलियों ने इस आग में घी का काम किया, जिसे कोरोना के मामले दिन बा दिन बढ़ते गए।
कोरोना की दूसरी लहर
कोरोना की दूसरी लहर ने दुनिया को अंदर तक हिला के रख दिया। स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप हो गई, अस्पतालों में बेड और वेंटिलेटर की कमी होने लगी, आक्सीजन सिलेंडरों की मांग बढ़ने से देश में आक्सीजन सिलेंडरों की कमी होने लगी। जिससे लोग तड़प तड़प कर मर रहे थे। इसके बीच दवाइयों की कालाबाजारी की भी खबरें आ रही थी।
अनियत्रित कोरोना के बढ़ते प्रकोप
सरकार हालात पर काबू पाने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही थी लेकिन परिस्थितियां बद से बदतर होती जा रही थी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर में 789 डॉक्टरों ने अपनी जान गवाई। इसी प्रकार टाइम्स ऑफ इंडिया मैं खबर छपी की महाराष्ट्र में कोरोना की दूसरी लहर से 68 पुलिस वालों की मौत हुई और दिल्ली में 48 पुलिसकर्मियों की मौत हुई है। पूरी दुनिया कोरोना के आतंक से सहमी हुई थी चारों तरफ एंबुलेंस और लोगों के रोने की आवाज आती थी।
कंपनियों को कोरोना काल से नुकसान
कोरोना काल में बड़े से बड़े सभी कंपनियों को नुकसान देखना पड़ा, सभी कंपनियों के सेल का ग्राफ नीचे गिरने लगा। लोग में हताश और निराश होने लगे। कोरोना काल में सबसे ज्यादा नुकसान लघु व्यापारियों और छोटे दुकानदारों को हुआ। क्योंकि इनके पास अब सामान खत्म होने लगा था क्योंकि इन्होंने ही लॉकडाउन में लोगों के घर-घर तक राशन, सब्जियों को पहुंचाने का काम किया था
बेअसर कोरोना virus
कोरोना काल in hindi – कोरोना का तीसरा लहर उतना प्रभाव नहीं डाल पाया अब धीरे-धीरे यह कमजोर पड़ने लगा है। देश फिर से अपने पैरों पर खड़ा होने लगा है, भारतीय अर्थव्यवस्था फिर अपनी रफ्तार पकड़ने लगा है, फिर से सभी स्कूल कॉलेज खुलने लगे हैं। इस महामारी ने बहुत लोगों को ना भूलने वाला घाव दिया है।
समय लौटकर दोबारा नहीं आता लेकिन हमें आगे बढ़ना ही होगा अब हमें इस वायरस के साथ जीना सीखना होगा क्योंकि समस्याएं हमें और मजबूत बना देती है। कोरोना काल के इस दौर को हमारे आने वाली पीढ़ी कहानियों के रूप में पड़ेगी
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